Featured

रांची के 10 प्रमुख दर्शनीय स्थल.. Top Tourist Place of Ranchi ( यात्रा रांची का )

खूबसूरत रांची शहर

रांची का परिचय –

रांची भारत के झारखंड राज्य की राजधानी है। कभी यह पहले बिहार राज्य का ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था ।। इसे ब्रिटिश शासन के दौरान हिल स्टेशन के रूप में भी पहचान मिल चुका है । रांची  वर्तमान में खनिज संपन्न राज्य के रूप में जाना जाता है और देश के कुल खनिज भंडारो का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा रांची और उसके आसपास के क्षेत्र से ही प्राप्त होता हैं। इसके अलावा रांची शहर प्राकृतिक हरियाली, प्रकृति के खूबसूरती  के लीये प्रसिद्ध है । यह समुद्र तल से लगभग 1140 फीट के उचाई पर स्थित है ।।

 रांची को पर्यटन की दृष्टी से भारत के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक माना जाने लगा हैं। इस शहर की खूबसूरती के चार चांद लगाने में यहां के झरने और पहाड़ियो  का प्रमुख योगदान है , जो पर्यटकों को अपने तरफ आकर्षित करता हैं और यह शहर पर्यटकों के बीच एक पसंदीदा जगह बन गया हैं। यह शहर छुट्टियां मनाने के लिए झारखण्ड का सबसे पसंदीदा स्थान माना जाता हैं

जगमगाती रौशनी में रांची का रेलवे स्टेशन 

मेरा रांची यात्रा का शुरुआत एक यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा के दौरान दो दोस्तों ( सचिन और सौरभ) के साथ हुआ था ।। हमलोग रांची में 3 दिन समय व्यतीत किए , इस दरम्यान हमलोग परीक्षा के बाद रांची के प्रमुख दर्शनीय स्थलों को घूमने और जानने का मौका मिला । 

आज के अपने इस लेख में हम खूबसूरत शहर “रांची ” का सैर करेगे और रांची के दर्शनीय स्थलो के बारे में विस्तार से जानेगें।।

रांची के 10 प्रमुख पर्यटन स्थल .      

1. टैगोर हिल ( Tagore Hill ) 

यह शहर के अल्बट एक्का चौक से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसे शहर के लोकप्रिय पयर्टन स्थलों में एक माना जाता है । यहां से आप रांची शहर की सुंदरता को देख सकते है  और यहां आप पहाड़ी की चोटी से सुयोदय और सुर्यास्त का नज़ारा देख सकते हैं।।  जिस से अधिकतर यात्री यहा जरूर आते है। यहा के खुबसूरत प्राकृतिक नजारे पर्यटको को खूब भाते है। इस हिल स्टेशन की तलहटी में रामकृष्ण मिशन आश्रम दिव्ययान और अग्रेरियान वोकेशनल इंस्टीट्यूट भी है।

2. जगन्नाथ मंदिर 

जगन्नाथ मंदिर  पहाड की चोटी पर बना एक खूबसूरत मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 17 वी शताबदी  में  जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है। जो कि देखने योग्य है। यहां से आप क्रिकेट स्टेडियम को भी आसानी से देख सकते है ।।

3. धुर्वा डैम ( Dhurwa Dam ) 

यह डैम रांची शहर से 10 किलोमीटर के दूरी प्र स्थित है , यहां पर शाम के समय बहुत सारे पर्यटक शांति के लिए आते है ।।यह अपने आप में अपने तरफ बहुत सारे पर्यटक को आकर्षित करता है ।।

4. रॉक गार्डन ( rock garden ) 

रॉक गार्डन कांके में अवस्थित है और यह रांची रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह रॉक गार्डन को शहर के साथ – साथ बाहर से आए हुए पर्यटक के द्वारा सबसे अधिक देखी जाने वाली जगहों में से एक है ।। यह रॉक गार्डन गोंडा हिल के चट्टानों से बना है । इस रॉक गार्डन को एक पिकनिक स्पॉट  के नाम से भी जानते है ।। 

5. कांके डैम ( Kanke Dam ) 

कांके डैमकांके में अवस्थित है और यह रांची रेलवे स्टेशन से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। और यह रॉक गार्डन के नजदीक में स्थित है ।। 

6. पहाड़ी मंदिर ( Pahadi Temple ) 

मुख्य मंंदिर

यह मंदिर शहर के बीचोबीच में हिल के चोटी पर स्थित है , यह भगवान शिव को समर्पित है । पहले इस हिल को फांसी टोंगरी नाम से जाना जाता है ।। इस मंदिर को दर्शन करने के लिए 97 सीढ़ियों का चढ़ाई करना होता है । ऊपर मुख्य मंदिर के पास बहुत सारे देवी देवताओं  के मंदिर है । यहां से भी आप रांची शहर खुबसूरत नजारा देख सकते है ।।

  मंंदिर का मुख्य द्वार

7 .जैव विविधता पार्क ( Biodiversity park ) 

जैव विविधता पार्क रांची शहर से 20 किलोमीटर की दूरी पर  रांची – खूंटी मार्ग पर स्थित है । यह पूर्वी भारत का इकलौता जैव विविधता पार्क है यह 542 हैक्टेयर में फैला है ।। इसे घूमने के आपके पूरा दिन भी लग जाए तो कम है ।। 

8. ऑक्सीजन पार्क 

यह पार्क रांची यूनिव्सिटी के पास मोरहाबादी कैंपस में स्थित है इसे ” अमर शहीद नीलांबर पार्क ” भी कहा जाता है ।  

9. भगवान बिरसा जैविक उधान (Bhagwan Birsa Biological Park ) 

यहशहर से 16 किलोमीटर दूर ओरमांझी में पटना रांची मुख्य राज्यमार्ग पर स्थित है ।।  यह उद्यान 104 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जिसको दो भागो में बता गया है एक जंगली जानवरों के लिए और दूसरा वनस्पति के लिए ।। इस चिडियाघर में आप शेर, बाघ, लोमडी, भालू, हिरण, जंगली बिल्लिया उद्यान  , भोकने वाली हिरण और हाथी आदि देख सकते है। इस उद्यान में एक सुंदर गुलाब गार्डन और एक कृत्रिम झील भी है। जिसमे नौकायन की भी सुविधाएं है। 

10. मछली घर 

यह मछली घर रांची के ओरमांझी स्थित भगवान बिरसा जैविक उधान के पास स्थित है , यह मछली घर भारत का सबसे बड़ा मछली धर है ।। इसके पास में तितली पार्क का भी निर्माण कार्य हो रहा है ।। यहां पर अलग – अलग प्रकार के मछली को देेेख सकते है ।। 

© यात्रा के दौरान लिए गए कुछ तस्वीरें 

      जगन्नाथ मंदिर के पास फोटो क्लिक करवाते  मेरे दोस्त सचिन

                   इनका तो जवाब ही नहीं है 

तीनो दोस्त एक साथ धुर्वा डैम पर सलेफी लेते हुए 

पहाडी मंंदिर

नाचता हुआ मोर

                              मछली 

                        Bengal Tiger

                        खूबसूरत फोटो

                  पहाड़ की चोटी पर

                           Awesome Click

                            Ranchi’s Zoo 

                      जगन्नाथ मंदिर                    

          zoo 

टैगोर हिल पार्क   

India’s Largest Fresh water Aquarium 

      Bhagwan Birsa Biological Park  

जैविक उद्यान से मछली घर जाने वाले रास्ते में  फोटो क्लिक करते हुए ।

यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय :अक्टूबर से मई

हमारा  यह लेख आपको कैसा लगा। आप हमे कंमेट करके बता सकते है। इस जानकारी को आप अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते है। आप हमारे हर नए लेख/ब्लॉग की सूचना ईमेल के जरिए या हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब करके भी पा सकते है।

आपके सुझाव या यात्रा सम्बन्धी कोई प्रश्न हो तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखें।।

आज के लिए इतना ही… फिर आऊंगा एक और यात्रा के साथ….. तब तक अपना ख्याल रखिये …..
Travelwithratan 

देश का एकमात्र मंदिर, जहां स्वतंत्रता दिवस के दिन फहराया जाता है तिरंगा 🇮🇳। पहाड़ी मंदिर , रांची ( Pahari Mandir , Ranchi ) : Jharkhand

पहाड़ी मंदिर

मुझे इस मंदिर को दर्शन करने का सौभाग्य रांची यात्रा के दौरान हुआ था ।। इस मंदिर के दर्शन करने के बाद मुझे  मंदिर के बारे में कुछ रोचक कहानी पता चला जिसे मै  अपने ब्लॉग के माध्यम से आप तक पहुंचना चाहता हूं ।

परिचय –

यह मंंदिर झारखंड की राजधानी रांची शहर के मध्य में पहाड़ पे स्थित भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर को पहाड़ी मंदिर के नाम से जाना जाता है।।

* इस मंदिर में भगवान शिव की  पूजा की  जाती है. यहां पर शिवरात्रि और सावन के महीने में शिव भक्तों की काफी भीड़ देखी जाती है ।

* यह मंदिर समुद्र तल से 2140 फीट और जमीन से 350 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।

मंंदिर तक पहुंचने का रास्ता 

* इस मंदिर तक पहुंचाने के लिए 468 सीढियां चढ़नी  पड़ती है.। यहां से आप पूरा रांची शहर की  खूबसूरती को देख सकते है ।। 

क्यों फहराया जाता है तिरंगा :  

शान से लहराता तिरंगा झंडा 

                                                 

बताया जाता है कि यहां आजादी से पहले अंग्रजों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी जाती थी। जिस से इस हिल को फांसी टोंगरी नाम से जाना जाता था , लोग बताते हैं कि जब देश आजाद हुआ था तब रांची में सबसे पहला झंड़ा यहीं पर फहराया गया था। इसलिए यहां पे उनके बलिदान को याद करते हुए स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराया जाता है। तभी से ही इस मंदिर पर भगवा  के साथ शान से तिरंगा लहराता है ।। यहां पर आज भी मंदिर की दिवारों पर स्वतंत्रता सेनानियों के नाम लिखे हुए हैं। यहां पर आज भी आने वाले श्रद्धालु भगवान ही नहीं, शहीदों के सम्मान में भी सिर झुकाते हैं।

मंंदिर का प्रवेश द्वार     

दर्शन करने का समय : सुबह-  4:30 am से लेकर 1:00 pm तक

दोपहर – 2:00 pm से लेकर  6:00 pm तक

संध्या – 7:00 pm से लेकर 9:00 pm तक 

कैसे पहुंचें : 

यह रांची रेलवे स्टेशन से 7 – 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है , यहां आप अपने निजी सवारी या ऑटो / कैब  के सहायता से आसानी से पहुंच सकते है ।। 

पुजा के दौरान की तस्वीरें 

हमारा  यह लेख आपको कैसा लगा। आप हमे कंमेट करके बता सकते है। इस जानकारी को आप अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते है। आप हमारे हर नए लेख/ब्लॉग की सूचना ईमेल के जरिए या हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब करके भी पा सकते है।

आपके सुझाव या यात्रा सम्बन्धी कोई प्रश्न हो तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखें।।

आज के लिए इतना ही… फिर आऊंगा एक और यात्रा के साथ….. तब तक अपना ख्याल रखिये …..
Travelwithratan 

भारत के सबसे बड़ा फ्रेश पानी का मछली घर की सैर (India’s largest Fresh water Aquarium ) Ranchi , Jharkhand.

यह मछली घर शहर से 16 किलोमीटर दूर ओरमांझी में पटना – रांची मुख्य राज्यमार्ग पर भगवान बिरसा जैविक उद्यान के पास स्थित है ।

   स्वागत है आपका मछली घर में

* यह  जैविक उद्यान का ही एक हिस्सा है , मगर जैविक उद्यान के सामने इको पार्क के पास 36,000 वर्ग फिट में विस्तारित है , इसके लिए सभी को अलग से टिकट लेना होता है ।। 

* यहां पे आप 58 फिश टैंक से 120 प्रजाति की 1500 से अधिक मछलियों का दीदार कर सकते हैं,  इस मछली घर में कुछ देशी मछली तो कुछ विदेशी विभिन्न प्रकार की मछलियां शामिल हैं। 

* इसमें 500 से लेकर एक लाख रुपए तक की मछलियां हैं।

* इस मछली घर में आप भारत के मछली के प्रजाति  के साथ- साथ कुछ विदेशी किस्म की मछली जैसे मलेशिया, बैंकॉक और सिंगापुर के मछलियां का दीदार कर सकते है ।

      मछली घर के बाहर बना पहाड़ का दृश्य

* इस मछली घर में 15 टैंक आरसीसी के हैं , और बाकी सभी टैक शीशे के बनाए गए हैं। आरसीसी टैंक में बाहर से शीशा लगाया गया है। इस मछली घर के ऊपर का हिस्सा बादल के लुक का डिजाइन किया गया है।

* मछली घर के बाहर बने को पोर्टिको में  व्हेल मछली और हाथी का स्टेच्यू लगाया गया है। जो बाहर से अपने आप में खूबसूरत दिखाई देता है।।   

                पोर्टिको में बना स्टेच्यू

* यहां पर खासकर आनेवाले बच्चों को मछलियों के बारे कई रोचक जानकारियां मिल सकेंगीं। 

* इस मछली घर के पास ही तितली पार्क भी बनाया जा रहा है। यहां विभिन्न प्रजातियों की रंग-बिरंगी तितलियां को देेेख सकते हैं ।

* इसे देखने के लिए बच्चों को 15 रुपए का टिकट  और वही बाकियों को  30 रुपए का टिकट लेना होगा। 

 यहां पर विभिन्न मछलियों के प्रकार देख सकते है…बेसिक गोल्ड फिश, एग्जॉटिक गोल्ड फिश, एंजल फिश, डिस्कश फिश, सिल्वर डॉलर, एलिगेटर गार, स्टिंग रे, रेड बेलिड पिरान्हा, एडिबल फिश, सेवेरम, ऑस्कर, मॉर्फ फिश, फॉर्नटोसा, चिचिल्ड, नाइफ फिश, पैरट, एग्जॉटिक चिचिल्ड, गौरामी, किसिंग गौरामी, स्कैट फिश, मोनोएंजल फिश, चान्ना फिश, ईल फिश। 

एग्जॉटिक गोल्ड फिश

इस मछली घर को अच्छा से देखने और समझने के लिए 1- 2 घंटा तक समय लग सकता है ।।

पूरे देश में कहीं और नहीं होगा एक छत के नीचे इतनी मछलियों का दीदार ।।

© यात्रा के दौरान लिए गए कुछ तस्वीरें ….

        India’s Largest Fresh water Aquarium 

एडिबल फिश

                       नाइफ फिश

किसिंग गौरामी

                         मोनोएंजल फिश

स्कैट फिश

हमारा  यह लेख आपको कैसा लगा। आप हमे कंमेट करके बता सकते है। इस जानकारी को आप अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते है। आप हमारे हर नए लेख/ब्लॉग की सूचना ईमेल के जरिए या हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब करके भी पा सकते है।

आपके सुझाव या यात्रा सम्बन्धी कोई प्रश्न हो तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखें।।

आज के लिए इतना ही… फिर आऊंगा एक और यात्रा के साथ….. तब तक अपना ख्याल रखिये …..
Travelwithratan 

मगध की पहली राजधानी ,राजगीर की यात्रा Rajgir , Bihar

विश्व शांति स्तूप , राजगीर


राजगीर का परिचय – 
राजगीर बिहार राज्य के नालंदा जिला में स्थित एक शहर है , आप इसे एक टापू भी बोल सकते है क्योंकि ये पहाड़ियों और घने जंगलों के मध्य में स्थित है  ।। यह पटना से 100 किमी दक्षिण – पूर्व में  बिहार के प्रसिद्ध  धार्मिक तीर्थ स्थलों के साथ – साथ घूमने के शौकीन लोगों के लिए भी एक पर्यटन स्थान है ।। राजगीर के ऐतिहासिक धरती हिंदी , जैन और बौद्ध तीनों धर्मों के धर्मिक स्थलों के साथ – साथ तीन साल पर एक बार आनेवाला मलमास मेला और यहां की खूबसूरत वादियां पर्यटक को खूब मन मोहती है , यही वजह है कि आज राजगीर की पहचान अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में माना जा रहा है ।।
यात्रा का शुरुआत : 

मेरा राजगीर जाने का प्लान पटना से  5 दोस्तों के साथ ट्रेन से जाने का तय हुआ ।  लेकिन ट्रेन से जाने पे समय ज्यादा ले रहा था , और कुछ दूर पैदल भी चलना था और  हमलोग  शाम तक पटना वापस भी नहीं आ सकते  तो फिर कुछ सोच विचार करने के बाद एक कैब ( कार ) रेंट पे करने के लिए सोचें और मेरे सभी दोस्त राजी भी हो गए ।। सभी से बात ये हुई कि सुबह 6 बजे हमलोग को राजगीर के लिए निकल जाना है ।। सुबह सब कोई जल्दी जगने के बाद अपने – अपने बैग लेकर निकल गए । हमलोग को नहाने का प्लान तो राजगीर के गरम कुंड में था । 

Patna – Rajgir highways

लगभग तीन घंटा के सफ़र तय करने के बाद हमलोग 9: 30 बजे राजगीर पहुच ग‌ए। राजगीर के गरम कुंड के पास अपना कार पार्किंग कर के बैग लेकर मन्दिर के तरफ निकल गए ।।  वैसे तो यहां पर मंदिरों के बीच गरम पानी के बहुत सारे कुंड है लेकिन इनमें से सबसे प्रमुख कुंड ब्रहाकुंड और सप्तधारा  है।।इन कुंड के पानी में नहाने से आपको पाप से मुक्ति मिलती है और बहुत सारे रोग से मुक्ति मिलती है , ये मै नहीं कह रहा हूं, मै तो कोई बाबा भी नहीं हूं। हा लेकिन पौराणिक कथाओं में लिखा हुआ है ।। मेरे सभी  दोस्त नहाने के लिए  तैयार हो गए लेकिन मै यहां नहाने पे डर रहा है था क्योंकि यहां पे जो गरम कुंड का पानी था वो देखने में अच्छा ना ही था  , लेकिन यहा पर गरम कुंड से नहाने के  बाद मन्दिर के प्रांगण में झरने के माध्यम से ठंडा पानी भी आ रहा था , उसके बाद मै नहाने का राजी हुआ ।।यहां पे नहाने आने से पहले आपको मन्दिर के रास्ते में आपको बहुत सारे बाबा आपको बोलेंगे की बाबू चलिए मै संकल्प करा देता हूं , आपका सब पाप दूर हो जाएगा ,लेकिन आपको  इन सभी साधु बाबा से सावधान रहना होगा ।। 

गरम कुुंड में स्नान करते हुए


नहाने के बाद हमसब कुंड से अपने कार में आकर कपड़ा रखे और सभी को भूख लग गई थी ।। उसके बाद हमसब कुछ नाश्ता किए और कुछ सामान लिए , फिर इधर उधर घूमने के बाद हमलोग अपने गाड़ी से ही विश्व शान्ति स्तूप के निकल पड़े । 10 के मिनट के बाद हम विश्व शान्ति स्तूप के पास पहुंच गए थे ।। विश्व शान्ति स्तूप पहाड़ों के उपर स्थित हैं । स्तूप तक पहुंचने के लिए दो रास्ते है , एक रास्ता पैदल जो कि पहाड़ों के रास्तों पर सीमेंट के बनी सिढीयो से जा सकते है और दूसरा रोप – वे है । लेकिन हमलोग सोचे पैदल तो बहुत चलते है, आज थोड़ा रोप – वे का भी मजा के लेते है । यहां रोप – वे का टिकट आने और जाने दोनों का मिलता है जिसका कीमत केवल 80 रुपया है ।। लेकिन हमलोग के साथ उल्टा हुआ भगवान को कुछ और ही मंजूर था , भगवान भी यही सोच रहे थे की ये सब तो सभी नवजवान है क्यों न पैदल की चला दिया जाय ।। लेकिन हमलोग जैसे ही रोप वे का टिकट कटाने गए बहुत ही लंबा लाइन था ऊपर जाने वाले का , ऊपर जाने का मतलब विश्व शांति स्तूप के पास । हमसब का नंबर आने तक कम से कम 2  घंटा लग सकता था तो हमलोग मन बनाए की क्यों ना पैदल ही दबा देते है ।। और हमसब पैदल ही निकल गए , खैर जो भी हो जैसे तैसे कर के बहुत ही मकसत करने के बाद हमलोग स्तूप के पास पहुंच गए  ।। यहां से आपको चारों तरफ देखने पर खूबसूरत वादियां देखने को बनती है मन तो करता है कि यहीं पर आकर अपना घर बसा लिया जाए।

खुबसूरत वादियों केे बीच


यहां कुछ देर गुजारने और फोटो लेने के बाद  हमलोग वही रास्ता से चल पडे और 1 घटा मे हम सब नीचे आ ग‌ए ।

विश्व शाांति स्तूप

हमलोग को निचे आते वक्त लगभग 4 बज  गया था , और हमसब को वापस शाम तक पटना वापस लौटना भी था ।। और हम सब प्लान  बनाए की अब वापस पटना लौटते हैं, राजगीर से पटना लौटते वक्त आपको  रास्ते में बिहार की फेमस सिलाव खाजा मिल जाएगा।।और हम सभी ने भी अपने अपने घर के लिए 1- 1  किलो  बिहार  का फेमस खाजा खरिदें और पटना के लिए निकल गए।। रात 8:00 बजे तक हम लोग पटना पहुंच चुके थे।। 

राजगीर के आसपास कुछ दर्शनीय स्थल – 
पांडू पोखर – Best Adventure Activity Place .राजगीर वन्य जीव अभ्यारणविश्व,शांति स्तूप ,गर्म जल के झरने ,स्वर्ण भंडार ,जैन मंदिर ,मनियार मठ ,घोड़ा कटोरा आदि प्रमुख है।।

राजगीर कैसे पहुंचे।
वायु मार्ग : पटना हवाई अड्डा 107 किलोमीटर

रेल मार्ग: पटना और भी किसी भी रेलवे स्टेशन से राजगीर रेलवे स्टेशन पहुंच जा सकते हैं।

सड़क मार्ग : पटना , गया , रांची और कोलकाता से सीधे पहुंच सकते हैं।
यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय :अक्टूबर से मई

आपके सुझाव या यात्रा सम्बन्धी कोई प्रश्न हो तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखें।।

आज के लिए इतना ही… फिर आऊंगा एक और यात्रा के साथ….. तब तक अपना ख्याल रखिये …..
Travel with ratan 

Design a site like this with WordPress.com
Get started